Friday, 23 November 2018

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ना एहसास बचे हैं अब,
ना कोई जज्बात जिन्दा हैं।
मेरी सांसें हैं चलती बस,
ना मेरी रूह जिन्दा हैं।
वो गया हैं, जबसे रूठकर
बस उसकी याद जिन्दा हैं।
उन्ही यादों मे हैं कटते दिन,
उन्ही मे मेरी रात जिन्दा हैं।
मेरी खामोशी कहती हैं,
मेरे अल्फाज जिन्दा हैं।
मैं जिन्दा हूँ या नही,
मालुम नही मुझको,
मेरे दिल मे अब भी किसी की मुलाकात जिन्दा हैं.....!!!!!😉😉

आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
(911)

#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan

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