Monday, 26 November 2018

कुछ ऐसे ही

ना गज़ल, ना शायरी ,
ना ही कोई कविता मे बात करता हूँ ।
मैने जीया हैं इश्क को,
और खोया हैं खुद को।
उन्ही जज्बातों के एहसासो को,
बयाँ सरेआम करता हूँ.......!!!!!

आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi

#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan

No comments:

Post a Comment

सच्चे लोग

जरा जरा सी बात पर जिनकी आँखे भीग जाती हैं, वो लोग जीवन मे कभी किसी का बुरा चाह नही सकते। पर एक सच यह भी हैं, वो जीवन मे कभी किसी को अपना बना...