याद_है_मुझे
याद है मुझे वो पल आज भी ,
जब मैने उसे पहली बार देखा।
वो चंचल सी हँसी,
वो नाजुक सी अदा,
वो उसका जुल्फों को संवारना,
शरमा कर पलको को झपकाना,
याद है मुझे।
वो उसका पहली बार मुझे देखकर मुस्कुराना,
वो उसका मुझसे हाथ मिलान,
याद है मुझे।
वो उसका छोटी छोटी बातों पर रूठ जाना,
मेरा उसे मनाना,
वो उसका मुझे कसम देना,
मेरे लिये आँसू बहाना,
याद है मुझे।
वो उसका पहली बार कहना,
मुझे तुमसे प्यार है,
वो उसका मुझपे ऐतबार करना,
मेरे लिये अपनो से लड़ना,
याद है मुझे।
उसका सहेलियों से मेरी बातें करना,
मेरी छोटी छोटी खुशियों का ख्याल रखना,
मेरी गलत बातों पर मुझे डांटना,
तुम बस मेरे हो उसका यह कहना,
याद है मुझे।
वो उसका मुझसे बात ना होने पर परेशान होना,
मेरे लिये उसका वो आँसु बहाना,
मेरी खुशी के लिये अपने दर्द छुपाना,
याद है मुझे।
उसका वो मुझे कहना मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं,
मगर अपने घर वालों को दुखी नही करना चाह्ती,
याद है मुझे।
वो उसका मुझे आखरी बार फ़ोन करना,
आंसुओ के साथ आखरी बार "I LOVE YOU" कहना,
वो उसका ना चाहते हुए भी परिवार की खातिर मुझसे जुदा होना,
याद हैं मुझे।
याद हैं मुझे अब भी,
वो सारे पल , वो सारी बातें,वो सारी यादें,
जिनमे हम साथ थे, साथ मे हंसे ओर साथ मे ही आंसू भी बहाये थे।
याद है मुझे आज भी वो सबकुछ।
आज वो मेरी नही है, ना मैं उसका हूं,
पर मेरे जीने का सहारा हैं , वही यादें, वही बातें, वही लम्हें जो हमने साथ जीये।
याद है मुझे, वो मेरा प्यार ,
जो कभी हकिकत ना बन सका,
वो एक किस्सा ए मोहब्बत,
जिसका अंजाम भी जुदाई ही रहा।
याद है मुझे, हाँ अब भी याद हैं मुझे..........
©ayush_tanharaahi
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