प्यार क्या है?
प्यार की सबकी अपनी एक परिभाषा है,
"कोई कहता है प्यार एक एहसास है। कोई कहता है प्यार एक रिश्ता है। कोई प्यार को अनमोल बताता है तो कोई इसे त्याग बताता हैं। कोई इसे बलिदान कहता है तो कौई एक दर्द बताता हैं। कोई प्यार को जिन्दगी कहता है तो कौई दोस्ती बताता हैं। किसी के लिये प्यार विश्वास हैं, तो किसी के लिये एक भाषा।"
पर मेरे लिये तो प्यार...
एक भाषा है , जिसे शब्दों की जरुरत नही।
एक एहसास है, जिसे दिखावे की जरुरत नही।
एक रिश्ता है, जिसे समाज की जरुरत नही।
एक बलिदान है, जिसे सहानुभूती की जरुरत नही।
एक दोस्ती है, जिसे किसी नाम की जरुरत नही।
एक त्याग है, जिसे किसी के साथ की जरुरत नही।
एक विश्वास है, जिसे किसी भरोसे की जरुरत नही।
एक दर्द है, जिसमे दर्द नही।
एक जिंदगी है, जिसे धड़कन की जरुरत नही।
प्यार एक अटूट सम्बंध है, जिसे समझा नही जा सकता, बस मह्सूस किया जा सकता हैं। क्युकी प्यार बस प्यार हैं, और कुछ नही। जो अल्फाज़ो से बयां नही हो सकता, जो भावो से प्रकट नही हो सकता।
©ayush_tanharaahi
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