Thursday, 13 December 2018

भगवा

🚩🚩!!भगवा!!🚩🚩

यह केसरिया रंग मे रंगा,
ध्वज नही हैं मात्र कोई।

आन , बान और शान हैं,सनातन धर्म की,
आतंकवाद का नाम नही कोई।

गर्व हैं यह हर सनातनी,
भारत के वासी का।

कौन बांटता धर्म मे इसको,
यह मान हैं, भारत माता का।

शिवाजी का प्रण हैं भगवा,
महाराणा की जान हैं।

झूल गये जो फांसी पर हँसकर,
उनके चोले का यही नाम हैं।

यही हैं मर्दानी लक्ष्मी का गौरव,
यही अखंड भारत का स्वाभिमान हैं।

राष्ट्रधर्म की हैं यह निशानी,
सभ्यता का एक ही नाम हैं।

उगते सुरज सा तेज हैं इसमे,
गोधुली सी शीतलता का वाहक हैं।

विवेकानंद ने पहन के जिसको,
फहराया परचम वो आहट हैं।

इसको नमन ना कर पाये तो,
कैसे सनातनी तुम हो बैठे।

"भगवा" की मर्यादा को हरने वाले,
कैसे देश के रक्षक हो बैठे।

हिन्दू का सम्मान हैं भगवा,
सिक्खो का अभिमान हैं भगवा।

मुस्लिम का वो चिश्ती रंग,
मात्रभूमि की शान हैं भगवा।

धर्म नही , ईश्वर हैं भगवा,
मुल नही हैं, जड़ हैं भगवा।

कर्म नही ईमान हैं भगवा,
आर्यावर्त का स्वाभिमान हैं भगवा।

मेरा जीवन इसे समर्पित,
मेरे जीवन का आधार हैं भगवा।

रगों मे मेरी जो बहता हैं,
वही लहु की धार हैं भगवा।

आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi

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आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi

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