Thursday, 1 November 2018

पिता

चाहत नही हैं मेरी, पिता की कमाई दौलत से शौहरत पाऊँ मैं,
बस एक विनती है रब तुझसे,
मेरे पिता का आशीर्वाद और सर पर सदा उनका हाथ रहे,
फिर चाहे शौहरत पाऊँ ना पाऊँ मैं,
मेरी असली दौलत और उनका नाम हर पल मेरे साथ रहे।

आयुष पंचोली
ayush_tanharaahi

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