Saturday 30 November 2019

हम सब अपराधी हैं....!!

बलात्कार करने वाले ही नही, उन बलात्कारियों को जन्म और श्रेय देने वाले माता-पिता भी गुनहगार ही हैं। जिन्होने अपनी सन्तानो को जन्म तो दे दिया, उनकी हर माँग पूरी भी की, मगर उन्हे संस्कार देना भुल गये। उन्हे इन्सान और खिलोने के बीच का फर्क बताना भूल गये। उनके सामने दिनभर टी.वी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रमो के बीच मे कन्डौम का ऐड तो देखते रहे, मगर उन्हे नारी की मर्यादा की रक्षा करने की प्रेरणा देना भूल गये। हर चलचित्र हर प्रसारित होते कार्यक्रमो मे दिखाई जा रही नंगाई पर तो खूब तालियाँ और सिटी बजाई, मगर अपनी सन्तान की हरकतो पर नजर रखना भूल गये। दोष किसी को भी दो, मगर दोषी तो हर कोई हैं। मैं ,आप , हर वो शख्स, हर वो मा-बाप, जिन्होने कभी भी अपने सामने परोसी जा रही नंगाई का विरोध तो कभी किया ही नही, अपने बच्चो को संस्कार के नाम पर कुछ दिया ही नही। सब व्यस्त रहे अपनी जिन्दगी और अपनी ख्वाईशो को पुरा करने में, मगर अपनी और अपनी सन्तानो की नीयत और नजर को कभी परखा ही नही। सरकार को दोष देने से हो क्या जायेगा , क्योकी सम्मान तो किसी ने अपनी संस्कृती का ही कभी किया नही। हां अपराधी हम सब हैं, और आज से नही हमेशा से, क्योकी हमने सहन करना और आरोप-प्रत्यारोप करना जो सीख लिया हैं। और कुछ गलत होने पर मोमबत्ती लेकर सडको पर अपना रोष प्रकट जो कर आते हैं। मगर फिर घर आकर बिग-बॉस जैसे नाटको मे, टी.वी पर प्रसारित होने वाले हर एक विज्ञापन, दिखाई जाने वाली हर एक सिनेमा, और नेटफ़्लिक्स जैसी साइट्स पर परोसी जा रही नंगाई को उन्ही सन्तानो के साथ हंसते मुस्कुराते हुएँ देखते हैं, जो आने वाले समय का, आने वाले युग का भविष्य हैं। और खा पीकर सो जाते हैं। सब अपना अपना कार्य अपने ढंग से कर रहे हैं, अपने जीवन को जीने के लिये। किसी को किसी और से कोई मतलब नही हैं, शायद हम अपनी जिन्दगी को अपने अनुसार जीना चाहते हैं, मगर क्या सच मे हम अपराधी नही हैं, कोई कँह सकता हैं ऐसा, कोई भी एक शख्स...........नही कँह सकता , क्योकी हम सब अपराधी हैं......!!!

कोसते रहे सरकार को, हर व्यक्ति के किरदार को,
संस्कार मगर अपनी सन्तानो को देना वो भूल गये.....!!!!

दोष किसी और को क्यो देते हो साहब, ये आपने जने थे,
आपके ही दिये संस्कारो से ये, किसी के घर की इज्जत से खेल गये.....!!!!🙏

©आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi

#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan  #mereprashnmerisoch

Tuesday 12 November 2019

हम तरक्की किये जा रहे हैं.....

आज से कुछ और शायर नये फिर आयेंगे,
कुछ के दिल टूट जायेंगे अपनी मोहब्बत को किसी और का होते देख,
किसी के हौंसले उसे उसके जीवन का नया आयाम दिलाएंगे।
पर जिन्दगी की यह गती थमने ना पायेगी,
यह गुजरती जा रही हैं तेजी हैं,
और एक दिन गुजर ही जायेगी।
कोई नही याद रखेगा की क्या थे तुम,
लोग नाम तक भुला देंगे तुम्हारा,
लोगो का कहना ही क्या तुम्हारे अपने ही फ़ोटो को धूल का ओडा देंगे एक आवरण प्यारा।
यही हकीकत हैं जिन्दगी की ,
यही सच्चाई हर रिश्ते की।
नाम याद रखा गया हैं उसी का,
जिसके कर्म परोपकार के थे,
या सिर्फ जो पापी समाज के थे।
बाकी महत्व यह समाज देता नही कभी किसी को,
छीन लेता हैं यह खुशियाँ भी किसी की सारी,
जात-पात का ओढ़े चोला छलता हैं यह हर एक तबके को।
इसने संस्कार दिये नही, इसने सिर्फ नीयमो को ढाल बनाया हैं,
सत्य को सदा छुपाता आया, पाठ सदा ही खुद के सर्वस्व का पढाता आया,
इसने लोगो की सोच को हरा हैं, इसलिये आजके दौर मे हर एक शख्स सिर्फ धौका देने को खड़ा हैं।
अपने ही पीठ मे छुरा घोंपे जा रहे हैं,
क्या यही सदी की तरक्की हैं,की हम अविष्कार तो ढ़ेरो कर रहे हैं,
मगर अपने मूल से , अपने संस्कारो और रीति रिवाजो से ही दूर होते जा रहे हैं।
समय ने अपने पाश मे सबको जकड़ लिया हैं,
धन के नशे ने रिश्तों को भी व्यापारिक रूप दिया हैं,
यही हम अपनी आने वाली पीढ़ी को परोसे जा रहे हैं।
वस्त्र और सोच हर बढ़ते दिन के साथ घटते जा रहे हैं,
लोगो के आदर्श आज अनैतिक सम्बन्धो वाले युगल होते जा रहे हैं,
बस इसी कारण तलाक हजारो गुना , और वृद्धाश्रम हर साल बढ़ते जा रहे हैं।
समझ से परे यह सत्य होता जा रहा हैं,
क्या हम उतने अच्छे भी हैं, जितने नजर आ रहे हैं,
पर सच कहूँ तो हम अपने क्रिया कलपो से कही आज की पीढ़ी की नजरो मे अपना ही कल क्या देख पा रहे हैं......!!!!!!
जिन्दगी को हम जी कहाँ रहे हैं,
हम तो बस खुद को ही छले जा रहे हैं।
समय के साथ आगे बढने तो लगे हैं हम,
मगर अपनी सांत्वनाओ, अपनी भावनाओ, अपने संस्कार और रीति रिवाजो की नित नई चिता जला रहे हैं।
हम तरक्की किये जा रहे हैं.........!!!!!!!!!!🙏🙏🙏🙏🙏
©आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #ayusoc #mereprashnmerisoch

सच्चे लोग

जरा जरा सी बात पर जिनकी आँखे भीग जाती हैं, वो लोग जीवन मे कभी किसी का बुरा चाह नही सकते। पर एक सच यह भी हैं, वो जीवन मे कभी किसी को अपना बना...