अनकहें जज्बातों का,
कुछ मुश्किल से हालतों का,
अनकहें एहसासो का,
हमारे दरमियां हुई कुछ बातों का,
कुछ अधुरे सपनो का,
कुछ भुली-बिसरी यादों का,
कुछ चाय पर होती मुलाकातों का,
कुछ बेवजह के इल्जामो का,
कुछ कही सुनी सी बातों का,
कुछ अनकहे अल्फाज़ो का,
एक मुश्किल किरदार हूँ मैं,
खुद को छुपाता हूँ सबसे,
हाँ दोस्तों एक अदाकार हूँ मैं.......!!!!!!!!
यूँ तो जीता जाता हूँ,
हर गम मे पीता जाता हूं।
चाहे हो किरदार कोई ,
मैं हँसके निभाता जाता हूँ।
खुद की ही ख्वाईशो का,
कत्ल कर के बैठा हूँ।
कितने ही सपनों को,
खुद मे ही दफन कर के बैठा हूँ।
औरो से ज्यादा खुद का कसूरवार हूँ मैं,
जीता हूँ दोहरी जिन्दगी ,
एक से पहचानती हैं दुनिया मुझे,
एक से पूरी तरह मैं भी,
वाकिफ नही हुआ अभी।
नहीं कोई अलग किरदार हूँ मैं,
बस एक अदाकार हूँ मैं.......!!!!!
चाहू तो पलभर मे ,
अश्रुओ की धाराये चक्षुओ से बहा दूँ।
चाहू तो पलभर मे,
अश्रुओ को अधरो की मुस्कान बना दूँ।
व्यक्ति की सोच का हर किरदार,
मैं पर्दे पर अदा करके दिखा दूँ।
पर इतना होकर भी देखो,
खुद से ही अन्जान हूँ मैं।
जीता जा रहा हूँ जिन्दगी,
एक मुसाफिर की तरह।
मुक्कमल होना नही मुझे,
किसी मन्जिल की तरह।
अपने आप का ही खुद से,
एक सवाल हूँ मैं।
हाँ एक अदाकार हूँ मैं......!!!!!!!
आयुष पंचोली
©ayush_tanharaahi
#kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan
No comments:
Post a Comment