Pages

Friday, 23 November 2018

जुगलबंदी

निगाहों से शिकार करता है ,
मेरा यार भी देखो क्या कमाल करता हैं।
©unkahe_alfaaz

कौन कहता हैं यार आपका निगाहों से शिकार करता हैं,
अदायें कातिलाना हैं उसकी, वो अदाओ से दिल बेजार करता हैं।
©ayush_tanharaahi

अदाओ की क्या खूब मेरे दोस्त तुमने यह बात करी हैं,
सच कहते हो तुम, उनकी अदाओ ने ही हमारी ये हालत करी हैं।
©unkahe_alfaaz

बच गए हो जनाब आप तो सस्ते मे ,
ना जाने कितनों की जिन्दगी इस इश्क ने बर्बाद करी हैं।
©ayush_tanharaahi

कहाँ दोस्त , क्या हम तुम्हे आबाद नजर आते हैं,
कभी गुजारो वक्त हमारे साथ भी, देखो कैसे दर्द हर रोज हमसे मिलने आते हैं।
©unkahe_alfaaz

दर्द को भी तलाश होती हैं किसी की तन्हाई की,
कोई इश्क मे तो कोई जिन्दगी से हारे दर्द के मारे नजर आते हैं।
©ayush_tanharaahi

हम तो इश्क के मारे , दुनिया के सताये हुएँ लोगो मे गिने जाते हैं,
यहीं मानलो दोस्त दर्द हमारे पास अपनी प्यास बुझाने आते हैं।
©unkahe_alfaaz

दर्द को प्यास नही लगती दोस्त,दर्द के बहाने तुम मद मे घुलने जाते हो,
दर्द तो कम होता नही मद से, रोग एक और साथ ले आते हो।
©ayush_tanharaahi

माना दर्द कम नही होता मद से, मगर एक सहारा मिल जाता हैं,
इस बेदर्द झूठी दुनिया मे एक दोस्त सच्चा मिल जाता हैं।
©unkahe_alfaaz

कौन हैं जो मद को सच्चा दोस्त बताता हैं,
वो कैसा याराना जो आपकी जान भी ले जाता हैं।
©ayush_tanharaahi

बेशक जान जाती हैं, मद की यारी मे,
पर यह वो साथी हैं जो उम्र भर साथ निभाता हैं।
©unkahe_alfaaz

क्या देता हैं यह मद का कुछ पल का सुकून तुम्हे,
तुमसे जुड़े सारे रिश्तो कि खुशियाँ तक हर जाता हैं।
©ayush_tanharaahi

कैसे रिश्ते दोस्त , जो गम मे साथ ना दे पाये,
जो गम का सहारा बनता हैं, वही अपना कहलाता हैं।
©unkahe_alfaaz

कभी बांटा हैं गम क्या तुमने अपना, अपनो के संग,
तुम्हे क्या मालुम यह बर्ताव तुम्हारा,कितनो को खून के आँसू रुलाता हैं।
©ayush_tanharaahi

तुम्ही बताओ दोस्त हैं कोई , क्या ऐसा सहारा जो उम्र भर साथ निभाता हैं,
सुख मे सब साथ आते हैं, हैं कोई ऐसा जो दुखो मे हौंसला बड़ाता हैं।
©unkahe_alfaaz

सहारा तो हैं दोस्त, जो हर पल साथ निभाता हैं,
कभी उस प्रभू से मिलकर देखना जो ना जाने कितने हम जैसो को उठाता हैं।
©ayush_tanharaahi

नही मानता मैं , उस प्रभू को सहारा,
वो तो बस सबको आजमाता हैं।
©unkahe_alfaaz

कभी दिल से उसे आवाज देकर तो बुलाओ,
फिर देखना वह कैसे दौडा आता हैं।
©ayush_tanharaahi

चलो यारा आज तुम्हारे लिये यह इल्जाम भी अपने सर लेते हैं,
आज से मद से दूर हो रिश्ता दिल का तुम्हारे प्रभू से जोडते हैं।
©unkahe_alfaaz

वो मेरा नही दोस्त, वह तो सबका हैं,
हम कर्ता और वो कारक सबका हैं।
©ayush_tanharaahi

ऐसा क्या हैं उस प्रभू मे, जो तुम उसके दिवाने हो,
मद से बढकर नशा नही भक्ति का, तुम क्यो दुनिया से अन्जाने हो।
©unkahe_alfaaz

हाँ हम अन्जाने ही सही दुनिया से,हम प्रभू के प्रेम मे दिवाने हैं,
हम मद से ज्यादा भक्ति के नशे मे मतवाले हैं।
©ayush_tanharaahi

वो मजा कहाँ मधुशाला मे , जो मजा हैं भक्ति हाला मे,
एक बार दो घूँट पीयो, ताऊम्र नशा सर चढ़ बोलेगा.....!!!
©ayush_tanharaahi

मेरे साधक भाई , बस अब ना हो पायेगा हमसे।
🙏🙏🙏🙏
©unkahe_alfaaz

No comments:

Post a Comment