कुछ लोग अपने अहंकार मे इतने चूर होते हैं, की उन्हे उनके अलावा हर कोई गलत नजर आता है। सच सुनना तो चाहते हैं , पर खुद की आलोचना इनसे बर्दाश्त नही होती। और जहाँ कभी आपने उन्हे आइना दिखा दियां तो आप उनके लिये दुनियां के सबसे बुरे इन्सान बन जातें हो। ऐसे लोग ही होते हैं , जो झूठी प्रशंसा मे जीते हैं और उन्हे वही पसन्द आता हैं। ऐसे व्यक्तियों से तर्क वितर्क करने से अच्छा होता हैं, उनसे दूर रहा जायें। क्या पता कभी आपका मुँह खुले और आप उनके दुश्मनों मे शुमार हो जाये।
कुछ ऐसे ही मन मे विचार आया , आप बुरा मत मानियेगा।
©ayush_tanharaahi
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