कुछ चीजे होती हैं, पर हम समझ नही पाते ऐसा क्यु हुआ। फिर कहाँ जाता हैं , ये आश्चर्यचकित था किन्तु सत्य था। ऐसा ही कुछ तब होता हैं, जब पैसा बोलता हैं। औंर फिर जब पैसे की बोली सुनाई देने लगे तो कुछ और कहां सुनाई देता हैं। पैसे की पुकार , पैसे की बोली के आगे आपके दिल की आवाज का कोई मोल नही होता।
©ayush_tanharaahi
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